एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम था **टिंकू**। टिंकू बहुत ही शरारती था और गाँव के हर कोने में उसकी हरकतों के किस्से मशहूर थे। वह हमेशा कुछ न कुछ अजीब और मजेदार कारनामे करता रहता था। पर इस बार, उसने ऐसा कारनामा कर दिया जिसे गाँव वाले कभी नहीं भूल पाए।
### **टिंकू और जादुई पतंग**
टिंकू को पतंगबाज़ी का बहुत शौक था। एक दिन, उसने सुना कि गाँव के पुराने खंडहर में एक **जादुई पतंग** है, जो अगर आसमान में उड़ाई जाए तो वो अपने साथ उड़ाने वाले की हर मनोकामना पूरी कर देती है। यह सुनकर टिंकू की आँखें चमक उठीं। उसने तय किया कि वह किसी भी कीमत पर उस जादुई पतंग को ढूँढेगा।
टिंकू अपने सबसे अच्छे दोस्त **मोंटी** के साथ खंडहर में चला गया। खंडहर में पहुँचते ही दोनों दोस्तों ने देखा कि वहाँ सचमुच एक पुरानी पतंग रखी हुई थी, और उसके साथ एक छोटी सी पुड़िया में कुछ लिखा हुआ था। टिंकू ने पुड़िया खोली और पढ़ा, "इस पतंग को उड़ाने से पहले एक शर्त है - यह पतंग हर उस चीज़ को उड़ाएगी जिसे आप उससे माँगेंगे, लेकिन ध्यान रहे, अगर आपकी इच्छा लालच से भरी होगी, तो पतंग खुद आपको उड़ाकर ले जाएगी!"
टिंकू और मोंटी ने एक-दूसरे की तरफ देखा। मोंटी थोड़ा डरा हुआ था, लेकिन टिंकू तो टिंकू था - उसकी आँखों में चमक थी। उसने कहा, "मोंटी, यह मौका बार-बार नहीं आता! चलो इसे उड़ाते हैं!"
### **जादुई पतंग का जादू**
टिंकू ने पतंग को आसमान में उड़ाना शुरू किया। पतंग धीरे-धीरे आसमान की ऊँचाईयों में पहुँच गई। टिंकू ने सोचा, "चलो सबसे पहले मैं मिठाइयों की बारिश माँगता हूँ!" और उसने जोर से कहा, "ओ जादुई पतंग! मुझे मिठाइयों की बारिश चाहिए!"
अचानक आसमान में बादल छा गए और मिठाइयों की बारिश होने लगी! लड्डू, जलेबी, और पेडे चारों ओर से गिरने लगे। गाँव के सारे बच्चे खुश होकर मिठाइयाँ बटोरने लगे। टिंकू बहुत खुश था और उसने मोंटी से कहा, "देखा, मैंने कहा था न, ये पतंग सचमुच जादुई है!"
### **लालच का नतीजा**
अब टिंकू का आत्मविश्वास बढ़ गया था। उसने सोचा, "क्यों न कुछ और बड़ा माँगूं?" उसने जोर से कहा, "ओ जादुई पतंग! मुझे सोने का महल चाहिए!" और तुरंत ही, एक चमचमाता सोने का महल सामने आ गया। अब गाँव वाले भी चौंक गए, वे टिंकू की ओर हैरानी से देखने लगे।
लेकिन टिंकू का मन अब और भी ज़्यादा लालची हो गया था। उसने सोचा, "अगर यह पतंग सचमुच मेरी हर इच्छा पूरी कर सकती है, तो मैं दुनिया का सबसे अमीर आदमी बन सकता हूँ!" उसने जोर से कहा, "ओ जादुई पतंग! मुझे इतना सोना चाहिए कि मैं दुनिया का सबसे अमीर आदमी बन जाऊँ!"
जैसे ही टिंकू ने यह कहा, पतंग ने अचानक अपनी दिशा बदल दी और टिंकू की ओर तेजी से आने लगी। इससे पहले कि टिंकू कुछ समझ पाता, पतंग ने उसे अपनी डोर में लपेट लिया और टिंकू हवा में उड़ने लगा। अब पतंग उसे आसमान में ऊँचा और ऊँचा ले जा रही थी। मोंटी और गाँव वाले घबराकर चिल्लाने लगे, लेकिन पतंग किसी की नहीं सुन रही थी।
### **टिंकू का सबक**
अचानक टिंकू को पतंग की चेतावनी याद आई। उसने जोर-जोर से माफी माँगनी शुरू कर दी, "मुझे माफ कर दो! मैंने लालच किया, अब मैं अपनी गलतियों को सुधारूंगा!" पतंग ने उसे धीरे-धीरे नीचे उतारा और खंडहर में वापस छोड़ दिया।
टिंकू समझ गया कि उसकी लालच ने उसे मुसीबत में डाल दिया था। उसने मोंटी से वादा किया कि वह अब कभी लालच नहीं करेगा और दूसरों की मदद करेगा। वह जादुई पतंग को वापस खंडहर में छोड़कर गाँव लौट आया।
उस दिन से टिंकू ने अपना जीवन बदल लिया। अब वह शरारती नहीं बल्कि सबसे मददगार और प्यारा बच्चा बन गया। और गाँव में हर कोई उसकी तारीफ करने लगा।
### **सीख:**
"जादू और चमत्कार का असली आनंद तभी है जब उसे समझदारी और ईमानदारी से इस्तेमाल किया जाए!"
इस तरह, टिंकू ने अपनी एक मजेदार और सीख देने वाली कहानी गाँववालों को सुनाई, जो आज भी याद की जाती है।
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